Monday, June 29, 2020

PANEE JHARA

         पानी झरा

अचानक ही ,
घिर आए कारे बदरा ,
अचानक ही ,
झमाझम पानी झरा बदरा से |

पवन के झोंके से ,
झूले बदरा ,
इधर से उधर ,
नीचे और ऊपर  |

ताल - तलैया ,
नदिया - नाले ,
सभी हुए हैं ,
जल - थल , जल - थल |

तपती धरा तृप्त हुई ,
हरियाली सी चमक गई ,
नदिया भी तो उछल गई ,
सागर की लहरें मचल गईं |

रेत के ऊपर उछल - उछल कर ,
उसे साथ में बहा - बहा कर ,
सागर के ऊपर छलकाया ,
लहरों संग रेत भी उछलाया ,
खेल सभी का मुस्काया ,
बदरा से झर पानी आया |

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