Sunday, June 28, 2020

RAVAANI SAMAY KII ( JIVAN )

रवानी  समय की

समय चक्र है चलता जाता ,
कभी नहीं ये रुक पाता ||

पल - पल , छिन -छिन चलता जाता ,
व्यक्ति को बच्चे से ,बूढ़ा ये कर जाता ,
अंत में दुनिया से ही रुखसत कर जाता ||

यही हाल पेड़ों - पौधों का ,
पहले सब खिल जाते हैं ,
अंत में सभी मिट्टी में मिल जाते हैं ||

देशों की भी देखो तो ,
ऐसी ही कहानी है ,
उनके भी इतिहास ,
बन जाने में रवानी है ,
उनके उत्थान -पतन का ,
रस्ता है चलता जाता ||

दुनिया में भी दोस्तों ,कई रास्ते हैं ,
आती -जाती राहों में ,
समय ही चलता जाता है ||

इन सारी राहों में , समय की रवानी है ,
हमने तो ए -दोस्तों ,कविता में कही कहानी है ||


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