Saturday, February 27, 2021

AAYA HAI ( GEET )

       आया है 


 

तेरी यादों का हर जख्म उभर आया है ,

प्यार का आज ही तो दर्द उभर आया है | 


जिंदगी जलती चिता पे बैठी है ,

हर तमन्ना बुझी -बुझी सी है ,

साँस भी तो घुटी -घुटी सी है ,

कोई सैलाब सा दिल में भी उमड़ आया है | 


प्यार के जख्म दिए हैं तूने ,

मेरे हर ख्वाब दफन किए हैं तूने ,

मेरी खुशियों को छीनकर मुझ से ,

तूने क्यूँ जोर से खुशियों का गीत गाया है ? 


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