Monday, February 15, 2021

VINAVADINI ( AADHYATMIK GEET )

 

          वीणावादिनी 

 

वर दे ,वर दे ,वर दे ,

वीणावादिनी माँ ,वर दे | 

 

झूठ हो मन में मेरे तो ,

उसका तू मन से नाश कर दे ,

सत्य का दीपक मेरे दिल में ,

जला कर प्रकाश कर दे ,

वर दे ----- | 

 

अज्ञान के तिमिर को ख़त्म कर के ,

ज्ञान की ज्योति जला दे ,

राह गर भूली हूँ माँ तो ,

उचित राह प्रशस्त कर दें ,

वर दे ----- | 

 

अहंकार ना हो मुझे ,

माँ नम्र मेरा स्वाभाव कर दे ,

सबमें खुशियाँ बाँट दूँ माँ ,

ऐसा एक भंडार भर दे ,

वर दे ,वर दे ,वर दे | 

 

 

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