Tuesday, February 16, 2021

RADIO ( KAHANI RADIO KI )

          

                   रेडियो 

शैशव से ही सुना रेडियो,कुछ महीने की उम्र हमारी,

तभी से हमने सुना रेडियो ,मीठे गाने ,मीठी तान ,

उन्हीं से हमने सुना रेडियो | 


बचपन बीता तो गाने ,और भी मीठे लगे ,

साथ में रेडियो लगा ,अपना दोस्त,अपना सखा | 


पहचान बढ़ी कार्यक्रमों से ,हवामहल हमें भाया ,

फौजी भाइयों के लिए,पेश किया जयमाला भाया |

 

फिर आए अमीन सयानी जी,बिनाका गीत माला लेकर ,

भूल गए हम अन्य कार्यक्रम ,गीत माला में खो गए | 

 

जब 1969 में नील आर्मस्ट्रॉन्ग ,ने चाँद पर रखा कदम ,

अमीन सयानी जी ने ,गीत माला के जरिए ,

हमें भी उतारा चाँद पर ,दिखाए नज़ारे चाँद के ,

दिल बाग - बाग हो गया ,गीतों में खो गया | 

 

आज भी वही रेडियो ,अन्नू कपूर जी,

 का कार्यक्रम सुनवाता है ,हमको लुभाता है | 

 

कोरोना की मारी इस धरती पर ,

आज रंगोली सजाई है दूरदर्शन पर ,

रेडियो ने ही हमारा पसंदीदा कार्यक्रम ,

जीवित रखा है विविध भारती ने |


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