Saturday, April 9, 2022

CHITRAKAARIYAN ( GEET )

 

                          चित्रकारियाँ 

 

मुस्कुराहटों के जंगल में ,खो गईं उदासियाँ ,

तुम्हारी आँखों के सागर में डूबने से ,खो गईं उबासियाँ | 

 

ठंडी पवन के झोंकों ने ,दूर कीं गर्माइयाँ ,

तुम्हारे मीठे बोलों ने ,छीन लीं तनहाइयाँ | 

 

कुछ थीं अनकहीं बातें दिल में ,बन गईं कहानियाँ ,

उन्हीं बातों की तो जानम ,हैं आज भी परछाइयाँ | 

 

जिंदगी मानो उड़ रही है ,छू के गगन की बदलियाँ ,

रंग जीवन में भर रहा मानो ,किसी ने कीं चित्रकारियाँ | 

 

जिंदगी में बुनी हुईं हैं ,कितनी ही अनदेखी बुनाइयाँ ,

मगर फिर भी वो तो हैं ,उम्मीदों में डूबी उम्मीदियाँ | 

 

प्यार सबका पाया है हमने ,ऐ हमारी सखियों ,

तभी तो आशाओं में डूबी हैं ,हमारी जिन्दगानियाँ | 

 

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