चित्रकारियाँ
मुस्कुराहटों के जंगल में ,खो गईं उदासियाँ ,
तुम्हारी आँखों के सागर में डूबने से ,खो गईं उबासियाँ |
ठंडी पवन के झोंकों ने ,दूर कीं गर्माइयाँ ,
तुम्हारे मीठे बोलों ने ,छीन लीं तनहाइयाँ |
कुछ थीं अनकहीं बातें दिल में ,बन गईं कहानियाँ ,
उन्हीं बातों की तो जानम ,हैं आज भी परछाइयाँ |
जिंदगी मानो उड़ रही है ,छू के गगन की बदलियाँ ,
रंग जीवन में भर रहा मानो ,किसी ने कीं चित्रकारियाँ |
जिंदगी में बुनी हुईं हैं ,कितनी ही अनदेखी बुनाइयाँ ,
मगर फिर भी वो तो हैं ,उम्मीदों में डूबी उम्मीदियाँ |
प्यार सबका पाया है हमने ,ऐ हमारी सखियों ,
तभी तो आशाओं में डूबी हैं ,हमारी जिन्दगानियाँ |
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