सही अर्थ
रैना बीती जाए ,
अँधियारी हो या चंदनियारी ,
रैना तो बीती जाए ,
भोर का तारा आए ,
रात को विदा कर जाए ,रैना बीती जाए |
रात और दिन की तरह ,
जीवन भी तो नश्वर है ,
इसी तरह यह भी बीता जाए ,
एक - एक दिन ,ढलता जाए ,
नश्वर सब संसार है ,
यह संदेश देता जाए ,रैना बीती जाए |
इसी तरह तो बातें और किस्से ,
सभी बीतते जाएँ ,
यादों में ही रह जाते ,
दुनिया से सब गुम हो जाते ,
और हम कहते रह जाते ,
बीती बातें बीत गईं हैं ,
क्यों याद करते जाएँ ? रैना बीती जाए |
ये तो समय का पहिया है ,
ये तो चलता जाए ,
चलते - चलते ये जीवन का ,
सही अर्थ समझाए ,सही अर्थ समझाए ,
रैना बीती जाए ,सच में रैना बीती जाए |
No comments:
Post a Comment