"दा" और "दी"
दादी मुझे बना दे राम ,
दे बेटे को एक खिलौना ,
जीवन से भरपूर खिलौना ,
खुशियाँ मुझको दे दे राम |
जीवन बीत चला है अब तो ,
थोड़ा समय बचा है अब तो ,
रीत ना जाए यूँ ही जीवन ,
कुछ प्यार बरसा दे राम |
दादा ,दादी बिगाड़ें बच्चों को ,
यही कहावत है देश में ,
मैं भी बिगाड़ूँ पोता ,पोती ,
इसलिए दादी मुझे बना दे राम |
"दा " और "दी " दो पंख लगा दे ,
थोड़ा उड़ना मुझे सिखा दे ,
जीवन मेरा हो भरपूर ,
फिर उड़ पहुँचू तेरे धाम ,
दादी मुझे बना दे राम |
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