फुर्सत
एक लम्हे की फुर्सत चाहिए ,
जीने की हसरत चाहिए ,
कहाँ से ढूँढे हम फुर्सत को ?
कोई रास्ता बता दे ,
उस मंज़िल का हमें पता दे |
एक लम्हे की फुर्सत चाहिए ,
कहाँ से खरीदें हम फुर्सत को ?
कोई बाजार का पता दे ,
उस दुकान का नंबर बता दे ,
कीमत भी उसकी बता दे |
एक लम्हे की फुर्सत चाहिए ,
खुशहाल पल एक चाहिए ,
कोई तो इंसान ऐसा मिला दे ,
जो हमको फुर्सत दिला दे |
हमारा तो , सब कुछ गिरवी पड़ा है ,
अनजाने से संसार में ,
जिम्मेदारियों के भंवर में ,
हम तो फंस गए हैं उसमें ,
कोई तो आए मुक्ति दिला दे |
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