Saturday, May 28, 2022

BANJARA KAHATA HAI ( GEET )

 

             बंजारा  कहता है 

 

वक्त कभी नहीं रहता समान ,

वक्त बदलता रहता है ,

अपने वक्त के साथ चलो ,

ये एक बंजारा कहता है | 


धीरे से मत चलना बंधु ,

वक्त से पीछे रह जाओगे ,

आगे गर तुम जो निकल गए ,

पर वक्त को बदल ना पाओगे ,

अपने अनुसार करने के लिए ,

सम्मान वक्त का कर लो तुम ,

यही बात बंजारा कहता है | 


हर वक्त बीतता जाता है ,

वक्त नहीं रुकता बंधु कभी ,

हँसते रहने से वक्त बीते आसान ,

रोते रहने से वक्त रिड़केगा अभी ,

मुस्काते हुए जीवन बिताओ ,

ये भी बंजारा कहता है | 


आहट भी नहीं होती है ,

वक्त की धीमी चापों की ,

तुम कभी नहीं सुन पाओगे ,

आहट वक्त की थापों की ,

तो ऐसे में तुम मुस्कान धरो ,

ये सब बंजारा कहता है ,

ये सब बंजारा कहता है | 


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