Sunday, May 15, 2022

KHILAUNE ( JIVAN )

 

                        खिलौने 

 

बचपन के वो सुंदर खिलौने ,

मिट्टी के वो रंगीन खिलौने ,

अलग -अलग रूप के खिलौने ,

कोई था घोड़ा ,कोई था सवार ,

कोई था राजा ,कोई था सैनिक ,

हमारे दिल भावन थे वो खिलौने ,

दिल के बहुत करीब थे वो खिलौने | 

 

उन्हें हमने अपना दोस्त बनाया ,

उनके साथ कभी खेल रचाया ,

उनके साथ कभी क्लास लगाई ,

हमारे दोस्त बन गए वो खिलौने ,

कभी हमारी कक्षा के छात्र ,

बन गए वो खिलौने ,

जीवन की मुस्कान बन गए वो खिलौने | 

 

आज खिलौने हैं प्लास्टिक के ,

जो दिल से नहीं जुड़े हैं ,

जीवन में नहीं रचे - बसे हैं ,

मगर वो मिट्टी के ,लकड़ी के खिलौने ,

जीवन को जीवंत बनाने वाले खिलौने ,

जीवन को मुस्कान देने वाले खिलौने ,

हमारे तो मनचाहे ,सुंदर खिलौने ,

सभी को मिलें वो प्यारे खिलौने ,

सभी को मिलें वो न्यारे खिलौने |

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