Thursday, May 12, 2022

DOST HO TUM ( JALAD AA )

 

                 दोस्त हो तुम 

 

मौसम हुआ है गर्म बहुत ,

सूरज भी तप रहा है ,

हर कोई प्राणी दुनिया का ,

जलद का ही नाम जप रहा है | 

 

जलद ही तो बचाएगा सब को ,

सूरज की इस तपन से , 

आँचल बन जब जलद ढाँकेगा ,

तब बचेगी दुनिया ,सूरज की इस जलन से | 


आ जाओ जलद जल्दी से ,

थोड़ी मदद करो तुम ,

ठंडक जरा दिलाओ ,

तपती हुई धरा को तुम | 


तपन हुई कम तो जलद ,

आशीष मिलेगा बहुत सा ,

जीवन तुम्हारा जलद फिर ,

मानो शतक जिएगा | 


नन्हीं सी बदरी हो, या हो विशाल बदरा ,

दोनों ही सूरतों में ,

दोस्त ही  तो हो जलद तुम ,

दोस्त ही तो हो बदरा तुम | 


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