मेरी माँ
नहीं है एक दिवस माँ का ,
हर दिन है अपना माँ के नाम ,
मैं भारत की बेटी हूँ ,
हर अर्चना होती है माँ के नाम |
माँ तो है अपनी जननी ,
बड़ी है दुर्गा माँ मेरी ,
पूरे देश की माता है भारत माता ,
मगर पूरे विश्व की माता है - धरती माता |
सबको है प्रणाम मेरा ,
सबको है नमन मेरा ,
झुककर सभी को चरण वंदन मेरा ,
दो मुझको आशीष मेरी माँ |
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