Sunday, May 22, 2022

USHA SILAAI MASHEEN ( GEET )

   

                उषा सिलाई मशीन 


टाँका - टाँका जोड़ के ,सुंदर करे सिलाई ,

कपड़ा नया बनाय दे ,कच्चे को पकाय दे ,

सिल कर वो कपड़े को ,पहनने जोग बनाय दे | 


एक -एक टाँका जोड़ती जाय ,हर कपड़ा सिल जाय ,

ऐसी मेरी मशीन है जो ,सबको सुंदर बनाय दे ,

सादे कपड़े को भी वो ,सुंदर ड्रेस बनाय  दे | 


टक -टक -टक आवाज करे ,सरपट दौड़ी जाय ,

कपड़ों को सिल -सिल कर ,दूजों को पहनाय ,

नई -नई कारीगरी ,कपड़ों पर वो दिखाय | 


क्या तुम समझे ? नहीं ना ,हम ही तोहे बताय दें ,

वो है उषा सिलाई मशीन ,जिसके गुण हम गाय दें ,

बड़ी ही मजबूत है वो ,जीवन सफल बिताय दे | 


नहीं वो नन्हीं बालिका ,नहीं है नवयौवना ,

हमारी उषा सिलाई मशीन तो ,सेवा -निवृत्ति पाय के ,

मगर आज भी बंधु ,कारीगरी दिखाय दे | 


पैंसठ साल बिताय के ,बच्चों सी ऊर्जा पाय ,

नहीं है वो कमजोर सी ,मजबूती ही पाय ,

ऐसी मेरी उषा मशीन बंधु ,हम जीवन साथ बिताय | 


पैंतालीस साल से साथ हम ,पहले सासू माँ चलाय ,

सासू माँ के बाद में ,बहुरिया उनकी चलाय ,

दोनों की ही प्यारी ये ,उषा सिलाई मशीन करे सिलाई | 


No comments:

Post a Comment