बरसी ( जलद आ )
मैं तो चुप थी ,मैं थी सोई ,
मेरे दुःख में , बदली रोई |
दिल भर आया ,आँख ना बरसी ,
पर ऐसे में ,बदली बरसी |
ना सखि मेरी ,ना तू बहना ,
फिर काहे को ,तू यूँ रोई |
कह दे पिया से ,तड़पें ना वो ,
अगर मिलूँ फिर , नींद में सोई |
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