गुनगुनाएँगे
सुन मेरे साजना रे ,
तेरी यादों में डूबी हूँ ,
ख्यालों में मेरे हमदम ,
मैं इतना खो गई हूँ |
कि सुध है नहीं अपनी ,
ये दिल हुआ दीवाना है ,
लबों पर इक तराना है ,
जो बस तुमको सुनाना है |
अगर तुम आओगे सजना ,
मेरे लब मुस्कुराएँगे ,
मेरे दिल का तराना ,
ये ही तो गुनगुनाएँगे |
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