Thursday, March 11, 2021

NEEND KA PAIGHAM ( CHANDRAMA )

    

          नींद का पैग़ाम 

 

ढल गया दिन आई शाम ,

लाई तेरे लिए नींद का पैग़ाम ,

चंदा भी गाता लोरी ,

चाँदनी झुलाती है पलना  ------  | 

 

कलियाँ सोईं हैं चमन में ,

तारे सोए हैं गगन में ,

पंछी सोए आँगन में ,

तू भी सोजा मेरे मन में  ------  | 

 

निंदिया रानी आएगी ,

सपने तुझे दिखाएगी , 

परियों के उस देश की वो ,

तुझको सैर कराएगी  ------  | 



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