Thursday, April 13, 2023

KHOJ AAG KI ( KSHANIKA )

 

                           खोज आग की 


एक समय था ऐसा बंधु ,मानव जंगलों की ,

गुफा में रहता था ,

जानवरों जैसा खाना - पीना था ,

मगर उन्हीं से डरता था ,झुंड बनाकर रहता था ,

और शिकार जानवर का करता था ,

कर शिकार ,फिर उन्हीं की तरह ,

कच्चा ही भक्षण करता था | 


जंगल में लगी  बार आग ,

मानव उस आग से डरता था,फिर देखा उसने बंधु ,

हर जानवर उस आग से डरता था ,

मानव - मस्तिष्क तब जाग उठा ,

हिम्मत कर उसने अपने डर को भगाया ,

आग को उठाया और उसे ,अपनी गुफा में ले आया | 


डरे जानवर आग से ,गुफा से दूर भाग गए ,

मगर आग को इकठ्ठा करना ,बहुत ही मुश्किल था बंधु ,

तब मानव ने पत्थर को रगड़ के ,

नई आग को उपजाया ,

और आग को घर में ही रखने का ,

उसने ये नया तरीका अपनाया | 


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