मेरी पहचान
मेरे अनकहे शब्दों में ,बसे हो तुम मेरे हमदम ,
दिल की तहों में ,तुम्हारे विचार ही बसे हुए हैं ,
कोई भी शब्द ,जो मेरी दुनिया में गूँजते हैं ,
कोई भी शब्द ,जो होठों पे मुस्कानें जड़ते हैं ,
वही शब्द अनोखे हैं ,अनूठे हैं मेरे हमदम |
मैं चाहती हूँ ,उन शब्दों को ,जुबां पे लाना ,
मैं चाहती हूँ ,उन शब्दों को ,गीतों में पिरोना ,
दिल से बाहर ,वो शब्द निकलेंगे तो ,
सभी जान जाएँगे ,
मेरे दबे - छिपे शब्दों को मेरे हमदम |
शब्द जो सुंदर हैं ,शब्द जो मीठे हैं ,
शब्द जो प्यार से लिपटे हैं ,
शब्द जो मेरी जान हैं ,
शब्द जो मेरा अरमान हैं ,
शब्द जो मेरी पहचान हैं ,
उन्हीं शब्दों में मेरी धड़कनें बसती हैं मेरे हमदम |
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