Saturday, April 22, 2023

MERII PAHACHAAN ( KSHANIKA )

 

                               मेरी पहचान 


मेरे अनकहे शब्दों में ,बसे हो तुम मेरे हमदम ,

दिल की तहों में ,तुम्हारे विचार ही बसे हुए हैं ,

कोई भी शब्द ,जो मेरी दुनिया में गूँजते हैं ,

कोई भी शब्द ,जो होठों पे मुस्कानें जड़ते हैं ,

वही शब्द अनोखे हैं ,अनूठे हैं मेरे हमदम | 


मैं चाहती हूँ ,उन शब्दों को ,जुबां पे लाना ,

मैं चाहती हूँ ,उन शब्दों को ,गीतों में पिरोना ,

दिल से बाहर ,वो शब्द निकलेंगे तो ,

सभी जान जाएँगे ,

मेरे दबे - छिपे शब्दों को मेरे हमदम | 


शब्द जो सुंदर हैं ,शब्द जो मीठे हैं ,

शब्द जो प्यार से लिपटे हैं ,

शब्द जो मेरी जान हैं ,

शब्द जो मेरा अरमान हैं ,

शब्द जो मेरी पहचान हैं ,

उन्हीं शब्दों में मेरी धड़कनें बसती हैं मेरे हमदम | 

 

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