महकाया
क्या लेकर आए हम ? क्या लेकर जाएँगे ?
ईश्वर ने जो जन्म दिया ,कैसे इसे बिताएँगे ?
भाग्य लेख जब लिखा ईश्वर ने ,हम नहीं जानते ,
उस लेख को हम तो बंधु ,बिल्कुल नहीं पहचानते ||
जीवन लगा बीतने अपना ,भाग्य लेख आधार पर ,
रंग आए जिंदगी में ,भाग्य लेख आधार पर ,
हमने जब कुछ कर्म किए ,उनका असर पड़ा ,
भाग्य लेख का काँटा ,कुछ बदलने लगा ||
कर्मों से बदला जीवन ,कुछ मुस्काया ,कुछ हर्षाया ,
भाग्य लेख था ईश्वर प्रदत्त ,कर्म को हमने अपनाया ,
ईश्वर ने भी खुश होकर ,हमको सुखी बनाया ,
दोस्तों ,जीवन को महकाया ,हमारे जीवन को महकाया ||
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