यादों की याद
बीत चला जो पल - क्षण बंधु ,यादें अपनी छोड़ता ,
उन्हीं क्षणों में जीवन बंधु ,यादों में बंध जाता ,
प्यार के धागे में बँधकर ,यादों को वह जोड़ता ||
हर आने - जाने पल को ,धागे में वह पिरोता ,
ऐसे ही तो जीवन बंधु ,दिल में प्यार समोता ,
उसी प्यार के सागर में ,जीवन सुंदर होता ||
जीवन के हर पल को बंधु ,बाँधो प्यार के धागे में ,
कर लो अपना जीवन सुंदर ,डूब प्यार के सागर में ,
तभी तो जीवन सुंदर होगा ,यादों की याद पिरोता ||
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