परियों जैसी बेटियाँ
परियों की कहानियाँ ,कहानियों की परियाँ ,
परियों के सपने या ,सपनों की परियाँ ,
उड़ती हुई ,सुंदर सी ,नन्हीं - नन्हीं परियाँ |
सोचकर ही दिल में ,प्यार उमड़ आता है ,
आँखों में सुंदर सी,गुड़िया सी,मूरत उभर आती है|
घर की नन्हीं बेटियाँ ,परियाँ ही तो होतीं हैं ,
सुंदर सी ,चुलबुली सी ,नन्हीं -नन्हीं गुड़ियाँ होतीं हैं |
उन्हीं परियों से ही तो ,घर भी परीलोक बन जाता है ,
सपनों में जैसे हम रहते हैं,सपना भी सुंदर बन जाता है|
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