Sunday, November 1, 2020

TERI SOORAJMUKHI ( GEET )

     तेरी  सूरजमुखी


सूरज का उदय नील गगन में ,

जब होता है तो किरणें उसकी ,

फ़ैल गगन में लेतीं हैं चुस्की ,

खिलने लगती है सूरजमुखी |


रंग बदलता है गगना का ,

ख़ुशी वो जाहिर करता है ,

तभी धरा पर खिलते - खिलते ,

मुस्काती है सुंदर सूरजमुखी |


सूरज के संग -संग उसी दिशा में ,

घूमती रहती सूरजमुखी ,

पूरा दिन सूरज को देख - देख ,

खिल जाती पूरी सूरजमुखी |


सूरज के प्यार में डूब के ,

देख उसे संभलती हुई ,

अदृश्य डोर से बँधी हुई ,

घूमती रहती सूरजमुखी |


मानो गुनगुना रही हो ,

"तू सूरज मैं सूरजमुखी हूँ पिया ,

ना देखूँ तुझे तो खिले ना जिया |"




"तू सूरज मैं सूरजमुखी हूँ पिया ,

ना देखूँ तुझे तो खिले ना जिया |"




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