कमाई
जिंदगी हमने बिताई ,खूब की कमाई ,
उसमें बचत करके हमने ,कमाई अपनी बचाई ,
खाता अपना खूब भरा ,जब जुड़ी कमाई ,
आप सब सोचो दोस्तों ,क्या थी अपनी कमाई ?
कुछ थे मीठे बोल उसमें ,कुछ थीं प्यारी मुस्कानें ,
कुछ थे मीठे रिश्ते ऐसे ,जिसमें जुड़े ताने - बाने ,
कुछ थे पड़ोसी अपने ,कुछ थे रिश्ते - नाते ,
कुछ थे आस - पास के ,पर कुछ थे दूर के नाते |
परिवार अपना बढ़ चला ,बच्चों की थी पढ़ाई ,
धीरे - धीरे आगे बढे तो नौकरी जुड़ाई ,
जीवन सँवरा सभी का ,होठों पे मुस्कानें बढ़ाईं ,
स्वस्थ ,सुंदर जीवन धन है ,
यही तो है कमाई ,यही तो है कमाई |
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