मिली एक किताब
अलमारी से मिली एक किताब आज ,
मगर है बरसों पुरानी ,उसमें संजोए थे ,
हमने कुछ प्रेम -पत्र ,
जो कहते हैं आज भी ,हमारी प्रेम - कहानी |
आज उन्हें फिर से पढ़ कर ,
याद आ गईं फिर वही मीठी यादें ,
वो प्यार भरी मीठी - मीठी बातें ,
जिनमें बसी थी अपने सपनों की कहानी |
दिन वो कुछ इतने सुंदर थे ,
बसी थी उनमें सावन की रिमझिम ,
सतरंगी इंद्रधनुष की सुंदरता ,
उनमें छिपी थीं प्यार की यादें सुहानी |
इस किताब के पन्ने पढ़ते - पढ़ते ,
हम तो मानो खो गए ,
ग़ुम हुए प्यार के सैलाब में ,लगा जैसे हम ,
देख रहे हैं जादू भरी दुनिया नूरानी |
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