Saturday, December 23, 2023

DE DOON ( PREM )

 

                                   दे दूँ 


हैं मेरे हाथ खाली ,तुम्हें क्या दूँ मैं बंधु ? 

मगर हाँ ! दिल भरा है प्रेम और सम्मान से ,

क्या ,वही मैं तुमको दे दूँ ? 


अगर होती ,जो धन - दौलत ,वो तो खर्च हो जाती ,

खर्च होने से उसकी। कीमत कम ही हो जाती ,

तो वह क्यों ,तुमको मैं दे दूँ ? 


मगर ये प्रेम और सम्मान तो ,गर खर्च भी कर दो ,

खजाना इनका बढ़ता जाएगा ,चाहे कितना भी बांटो ? 

तो फिर रहा यह तय ,यही मैं तुमको ही दे दूँ || 


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