Monday, December 18, 2023

DHOONDH LO ( JIVAN )

 

                               ढूँढ लो 


स्वयं में ही ,स्वयं को ढूँढ लो दोस्तों ,

यही खोज होगी ,सबसे बड़ी दोस्तों ,

रास्ते ढूँढना मुश्किल नहीं होता ,

मंजिल भी ढूंढने से ,मिल ही जाती है ,

मगर स्वयं को ढूँढना लगभग ,

असंभव ही होता है दोस्तों || 


दुनिया बहुत बड़ी है दोस्तों ,

दुनिया की हर जगह  सकती है ,

मगर स्वयं के अंदर क्या है ? कैसा है ? 

दिल की गहराइयों में ,क्या भाव छिपे हैं ?

दिमाग की ऊँचाइयों में ,क्या ज्ञान छिपा है ? 

उस सब को ढूँढना ही ,

बहुत - बहुत - बहुत ,मुश्किल है   दोस्तों ||

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