दिल से दिल तक
दिल की राहों से ,जो संदेसा तूने भेजा ,
वो संदेसा सीधा मेरे ,दिल तक ही है पहुँचा ,
ना कोई फोन ,ना कोई चिट्ठी ,
सीधा हो वह संदेसा ,मेरे दिल तक पहुँचा ||
ऐसे ही हम मीठे संदेसे ,भेजेंगे सभी दोस्तों तक ,
दोस्त भी आगे भेजेंगे ,सभी अपनों के दिल तक ,
प्यार की लड़ियाँ बँध जाएँगी ,सभी अपनों के दिल से ||
धीरे - धीरे देशवासियों के दिल ,
बँध जाएँगे प्यार की डोर में ,
एक देश ही नहीं दोस्तों ,दूसरे देश भी बँधेंगे ,
बँध जाएगा पूरा विश्व ही ,दिल से दिल तक की डोरी में ||
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