बधाई - बधाई
तारक मेहता ने लिखा था ,उल्टा चश्मा तब ,
असित मोदी ने बनाया ,उल्टा चश्मा तब ,
हम देखते हैं ,इस शो को बंधु अब ||
जेठा लाल की भाषा ,होती है बहुत अनोखी ,
टेढ़े - मेढ़े शब्दों को बोलने की ,उनकी अदा अनोखी ,
चंपक चाचा का ,उच्चारण भी है बंधु अलग ,
चाहे वह जेठिया हो ,टपूड़ा हो या फिर डिब्बे ||
तारक मेहता के नाम का ,किरदार भी है मजेदार ,
अंजलि तारक मेहता (ATM ),का बनाया डाईट खाना ,
करेले का सलाद और जूस ,पी कर भी कायम है मिठास ||
ईमानदार शिक्षक भिड़े ,अचार -पापड़ क्वीन माधवी भाभी ,
कम से कम दवाई देकर ,इलाज करने वाले हाथी भाई ,
वैज्ञानिक अय्यर भाई और बबीता जी ,पार्टी शार्टी वाले सोढ़ी भाई ,
नट्टू काका ,बाघा भाई ,बावरी जी (गलती से मिस्टेक ही गई ),
और अब्दुल भाई ,सभी हैं अनोखे किरदार ,उन से भी अनोखे हैं ,
पत्रकार पोपट लाल और हमारी प्यारी टप्पू सेना ||
कुछ किरदार शो से अलग हो गए हैं ,
दया भाभी जाने के बाद आई ही नहीं ,
पता नहीं आएँगी या नहीं वह गरबा क्वीन ?
सभी किरदारों को हमारा सलाम ,
4000 एपिसोड पूरे होने पर बधाई - बधाई - बधाई ||