Friday, August 22, 2025

KOSHISHEN ( KSHANIKAA )

 

                          कोशिशें 

 

धरा ने मुस्का कर गगन को पुकारा , गगन भी मुस्काया ,

गगन में रहने वालों ने भी , धरा को दोस्त कहकर पुकारा ,

इस दोस्त पार्टी में बहुत से सदस्य थे , जो अब खुश थे   || 

 

दोस्तों , इन सब दोस्तों को ,

मिलने में रुकावटें बहुत आईं ,

गगन और उसके साथी नीचे उतर कर ,

धरा और उसके साथियों से मिलने के लिए ,

मगर सभी सदस्य ,

खुशी - खुशी कोशिश कर रहे थे    ||  

 

धरा और उसके साथियों ने भी ,

गगन तक पहुँचने की बहुत कोशिशें कीं  ,

मगर असफलता ही हाथ लगी ,

मगर सभी की  कोशिशें जारी थीं   || 

 

तो दोस्तों मिलने की कोशिशें ,जारी रहनी चाहिएँ  ,

 सफलता मिले या असफलता , कोशिशें जरूरी हैं   || 

 

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