Sunday, August 17, 2025

SAFAR ( KSHANIKAA )

 

                               सफर 

 

जीवन के सफर में , दिल की बातें ,

दिल में ही कैद रह जाती हैं , 

होठों के रास्ते बाहर नहीं आने पातीं ,

क्योंकि कोई सुनने वाला नहीं होता ,

तो दोस्तों कोई तो हो ऐसा जीवन में ,

जो हमारे दिल की बातें सुने   || 

 

बातों को सुनकर उन्हें समझे ,

और अपने दिल की बातें मुझे सुनाए ,

खूब हँसे और मुझे भी हँसाए ,

मुस्कुराए , खिलखिलाए , कहकहे लगाए  || 

 

तभी तो दोस्तों जीवन का सफर , 

सुनहरा बन जाएगा  , जगमगाएगा ,

 और फिर जब खत्म होगा तो ,

जीवन दाता से मिलवाएगा   || 

 

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