हमसफर वक्त
रास्तों पर जब अकेले ,चलना आ जाएगा ,
तो खुद का ही ,हमसफर बन जाओगे दोस्तों ,
खुद से अच्छा साथी ,क्या हो सकता है कोई दोस्तों ??
चलते - चलते स्कूल छूटता है ,कॉलेज छूटता है,
पर क्या परीक्षाएँ ,समाप्त होती हैं दोस्तों ?
वो तो जीवन भर चलती हैं ,
परिणाम भी आता जाता है दोस्तों ||
साथ ही संघर्ष भी चलता जाता है ,
लगातार संघर्ष और उम्मीदें बढ़ते रहते हैं ,
जो कम होती जाती है ,वह तो उम्र है दोस्तों ||
हर मोड़ पर ,वक्त कहता है दोस्तों ,
मेरे साथ चलो ,मुझे हमसफर बना लो ,
मैं कभी नहीं रुकता ,चलता ही जाता हूँ ,
तुम भी चलते ही जाओ ,रुको मत दोस्तों ||
No comments:
Post a Comment