खरा सोना
रवि किरणों से ,जीवन उजियाला कर लो ,
ये रवि के प्यार की निशानी है ,
तुम उसके प्यार को ,स्वीकार कर लो ||
सुबह को रवि का ,शृद्धा से स्वागत करो ,
तभी तो वह भी ,अपना प्यार लुटाएगा ,
तुम्हारे जीवन को ,अपना आशीष दे जाएगा ||
उसी की रश्मियाँ तो ,धरा को वरदान देती हैं ,
तभी तो धरा ,खरा सोना उपजाती है ,
सारी दुनिया उसी सोने पर पलती है ||
यही तो धरा का प्यार है ,
उसे अपने दामन में भर लो ,
बदले में तुम भी ,अपना प्यार उस पर लुटा दो ||
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