Friday, May 31, 2024

KHILAADII ( JIVAN )

 

                               खिलाड़ी 


जिंदगी एक खेल की प्रतियोगिता है ,

ये दुनिया एक खेल का मैदान है ,

प्रत्येक व्यक्ति खिलाड़ी  है ,

उनको अलग - अलग खेल खेलने हैं ,

पूरी शिद्दत से खेलते जाओ यारों || 


मत सोचो जीत किसकी होगी ? 

मगर पूरी शक्ति और समझ से खेलो ,

अपना शत - प्रतिशत खेल को दे दो ,

परिणाम जो भी हो स्वीकार कर लो || 


तुम्हारा शत - प्रतिशत और तुम्हारा भाग्य ,

जो भी फल देगा ,अच्छा ही होगा तुम्हारे लिए ,

जिंदगी जो खेल खिलाती है ,

बेहतरीन खिलाड़ी ही चुनती है ,

तो सोचो जिंदगी ने ,उस खेल के लिए तुम्हें ,

बेहतरीन खिलाड़ी मान लिया है यारों || 


VYAVHAAR ( KSHANIKAA )

 

                           व्यवहार 


कहानी लिखने के लिए ,शब्दों को पिरोने के लिए ,

हम कलम का प्रयोग करते हैं ,शब्दों को चुनते हैं ,

कलम द्वारा ही हम ,लिखने का काम करते हैं || 


मगर दोस्तों ! सभी दास्तानें तो हम ,

अपने व्यवहार से लिख सकते हैं ,

जैसा व्यवहार करोगे ,उसी के अनुसार ,

आपकी कहानी लिखी जाएगी || 


मीठा व्यवहार ,मीठी कहानी लिखवाएगा ,

खट्टा व्यवहार ,खट्टी कहानी लिखवाएगा ,

तो अपने व्यवहार को ,मीठा बना लो दोस्तों ,

व्यवहार के अनुकूल ,

अपनी दास्तान लिखवा लो दोस्तों || 


Wednesday, May 29, 2024

SANGHARSH - SAFALTA ( JIVAN )

 

                        संघर्ष - सफलता 


डरो ना संघर्षों से तुम ,सारी कोशिशें कर लो ,

सफलता मिल जाएगी तुम्हें ,सारी कोशिशें कर लो ,

जब सफल हो जाओगे तुम ,घमंड करना तब तुम || 


अगर कोई और सफल हो तो ,उसे स्वीकार कर लेना ,

अगर स्वीकार ना करोगे , जन्म लेगी तुम्हारी ईर्ष्या ,

इसलिए दोस्तों ,कभी ऐसा नहीं करना ,ऐसा नहीं करना || 


जीवन संघर्षों और ,सफलताओं का संगम है ,

तो दोनों को ही ,जीवन में अपना लो ,

संघर्षों को अपनाओगे तो ,

सफलता स्वयं चल कर आएगी || 


Tuesday, May 28, 2024

PAANII AANKH KAA ( JIVAN )

 

                         पानी आँख का 


मासूम दिल की उलझनें ,कोई ना सुलझाए ,

उलझनों की गाँठों को ,खुद ही सुलझा लो दोस्तों || 


बढ़ने ना देना उन उलझनों को ,नहीं तो दिल परेशां होगा ,

एक - एक करके खोलो गाँठें ,खुद ही ,खुद ही दोस्तों || 


उलझनों के कारण जो ,आए पानी आँखों में ,

नहीं दिखाना किसी को दोस्तों ,आँख के उस पानी को || 


कोई नहीं समझेगा दोस्तों ,उलझनों और उस पानी को ,

कोई नहीं दूर करेगा ,दोस्तों तुम्हारी परेशानी को || 


इसीलिए कहना मान लो दोस्तों ,दूर करो सब उलझनें ,

पोंछ डालो आँख में आए ,उस पानी को ,उस पानी को || 


Monday, May 27, 2024

TUMHAARII APNII ( JIVAN )

 

                          तुम्हारी अपनी 


बटोर लो सभी रिश्तों को ,वही तो तुम्हारे अपने हैं ,

बटोर लो सभी भावों को ,वही तो तुम्हारे अपने हैं ,

सभी भावों को रिश्तों में बिखरा दो ,

वही तो तुम्हारे अपने हैं || 


बटोर लो अपनी साँसों को ,वही तो तुम्हारी अपनी हैं ,

बटोर लो अपनी धड़कनों को ,वही तो तुम्हारी अपनी हैं ,

सभी धड़कनों और साँसों को ,महसूस तो करो जरा ,

वही तो तुम्हारी अपनी हैं || 


बटोर लो अपनी आँखों की चमक को ,वही तो तुम्हारी अपनी हैं ,

बटोर लो अपने होठों की मुस्कान को ,वही तो तुम्हारी अपनी है ,

आँखों की चमक और होठों की मुस्कान को ,महसूस कर लो जरा ,

वही तो तुम्हारी अपनी हैं || 


Sunday, May 26, 2024

AANKHON MEIN ( JIVAN )

 

                       आँखों में 


झिलमिल तारे ,चमकते हैं गगन  में ,

उन्हीं की परछाईं ,दिखती है सागर में ,

झिलमिल तारे ,चमकते हैं नयन में ,

उन्हीं की परछाईं ,दिखती है अँसुअन में || 


सभी तरह के तारे ,चम - चम करते हैं गगन में ,

मगर सिर्फ रात में ,सिर्फ रात में ,

एक आस का तारा ही ,चमकता रहता है ,

रात और दिन दोनों में ,दोनों में || 


उस आस के ,तारे को देख लो बंधु ,

उसी की चमक को ,

जीवंत रखो अपनी आँखों में ,

उसी की चमक के बल पर ,

अपने जीवन के सपने सजा लो ||

Saturday, May 25, 2024

JINDGII OR APNE ( JIVAN )

 

                            जिंदगी और अपने 


एक वाक्य पढ़िए ----- 

    है जिंदगी तो अपने हैं , ---- 1 

जरा पलट कर पढ़िए  ----- 

   हैं अपने तो जिंदगी है , ---- 11   ||

 

अर्थ - 1 - 

जिंदगी के होने से ही ,अपने होते हैं ,

अर्थ - 11 -

अपनों के होने से ही ,जिंदगी होती है ||

 

जिंदगी ना हो ,तो अपने  नहीं होते ,

अपने ना हों ,तो जिंदगी नहीं होती || 

 

अपनी जिंदगी पानी हो ,तो अपनों को पाओ ,

अपनों को पाना हो ,तो जिंदगी को पाओ || 

 

अपनाओ  इसको  ---- 

             जिंदगी और अपने ,

              अपने और जिंदगी || 



Friday, May 24, 2024

KAARVAAN KHUSHIYON KAA ( PREM )

    

                         कारवाँ खुशियों का 


खुशियों का कारवाँ ,अपने दिल में रोक लो यारों ,

सारी खुशियों का ,एक खजाना बना लो यारों ,

खुशियों से ही तो ,हमारी इम्युनिटी बढ़ती है यारों || 


जिंदगी की मुस्कानें ही तो ,खुशियों का द्वार खोलती हैं ,

वही मुस्कानें तो ,खुशियों को अंदर आने देती हैं ,

उन्हीं मुस्कानों से ही ,इम्युनिटी बढ़ा लो यारों || 


मुस्कानें जब होठों पर , खेलती जाती  यारों ,

आँखों की चमक भी तो ,बढ़ जाती है यारों ,

आँखों की चमक को ,और बढ़ा लो यारों || 


Thursday, May 23, 2024

TAAJMAHAL ( JIVAN )

 

                                    ताजमहल 


संगमरमर से बना एक ,ताजमहल देखा हमने ,

बनवाया था कभी एक शहंशाह ने ,

अपनी बेगम की याद में || 


बेगम मुमताज की मृत्यु के बाद ,

उनकी याद में मकबरा बनवाया गया ,

उसे ही प्रेम - प्यार की ,निशानी बताया गया || 


प्रेम - प्यार के प्रतीक तो फूल होते हैं ,

मकबरा क्या प्रेम - प्यार का प्रतीक है दोस्तों ? 

ताजमहल सिर्फ सुंदरता का एक नमूना है दोस्तों || 


ताजमहल वास्तुकला का ,एक उत्तम उदाहरण है ,

मगर दिल के करीब नहीं है ,

प्रेम - प्यार का प्रतीक नहीं है || 


भारत की शान है ताजमहल ,

सुंदरता का मान है ताजमहल ,

मुमताज महल की याद है ताजमहल ,

पर्यटकों का प्रथम चुनाव है ताजमहल ,

एक नया आश्चर्य है ताजमहल || 


Wednesday, May 22, 2024

HAKEEKAT ( JIVAN )

 

                        हकीकत 


जिंदगी ने बहुत कुछ दिया हमको ,

प्यार से लबालब भर दिया हमको ,

हर ख़ुशी की मुस्कानों से ,सजा दिया हमको ,

ये सब सपना नहीं ,हकीकत है बंधु || 


आप सभी जैसे दोस्त दिए हमको ,

रिश्ते सभी प्यारे दिए हमको ,

दोस्तों की खिलखिलाती ,महफ़िल दी हमको ,

ये सब सपना नहीं ,हकीकत है बंधु || 


प्रतिलिपि जैसा ,मंच दिया हमको ,

अपने भावों को ,व्यक्त करने दिए हमको ,

भावों को पसंद करते ,पाठक दिए हमको ,

ये सब सपना नहीं ,हकीकत है बंधु || 

 

Tuesday, May 21, 2024

AHAMIYAT ( JIVAN )

 

                            अहमियत 


हमेशा वक्त की तरह बहते जाओ ,

वक्त की तरह ही बन जाओ ,

जो तुम्हारी अहमियत ना समझे ,उससे फिर ना मिलो ,

जो तुम्हारी अहमियत समझे ,

उससे ही आगे और प्यार से मिलो || 


परिवार हो या कोई संगठन हो ,

कोई कवि सम्मलेन हो या कवि गोष्ठी ,

सब की ही सुनो ,सब की ही सुनो ,

और अपनी भी सुनाओ दोस्तों || 


अपनी या दूसरों की तुलना ,किसी से भी ना करो दोस्तों ,

कोई भी दो व्यक्ति ,एक समान नहीं होते दोस्तों ,

इसलिए सब कुछ समान रखते हुए ,

तुम भी  मुस्कुराओ दोस्तों || 


कभी भी अह्म के सागर में ,मत डूबो दोस्तों ,

अगर अह्म में डूब गए ,तो हमारी बर्बादी निश्चित है ,

और दूसरों के हाथों नहीं ,हमारे स्वयं के हाथों दोस्तों || 


Monday, May 20, 2024

ISHWAR BHI ( AADHYAATMIK )

 

                                 ईश्वर 


ईश्वर की इस दुनिया में ,हम हैं ,आप हैं ,

और - और - और भी हैं ,

और सभी के जीवन में ,कुछ ना कुछ ,

खुशियों के साथ -साथ ,समस्याएँ भी हैं || 


मगर उन समस्याओं के साथ - साथ ,

उन का समाधान भी है ,

उन समाधानों को खोज लो दोस्तों ,

समस्याओं से छुटकारा पा लो दोस्तों || 


किसी भी बात के बारे में ,तनाव मत लो दोस्तों ,

अब तो समाधानों का ,सिलसिला है दोस्तों ,

जीवन को सुंदर बना लो दोस्तों ,

खुशियों का इंद्रधनुष सजा लो दोस्तों || 


दिल में बसे प्यार को ,दुनिया में फैला दो दोस्तों ,

दुनिया जब प्यार से महक जाएगी ,

तभी तो ईश्वर भी मुस्कुराएगा दोस्तों || 


Sunday, May 19, 2024

NAYA DWAAR ( JIVAN )

 

                           नया द्वार  


हर दिन खुलता है ,जिंदगी का नया एक द्वार ,

नई राहें करती हैं ,इंतजार तुम्हारा ,

रखो कदम नयी राहों में ,आगे ही बढ़ते जाओ ,

सफलता हर कदम पे मिले ,आशीर्वाद हमारा || 


गुनगुनाती कलियों से ,सजे घर तुम्हारा ,

खुश्बुओं से महक जाए ,घर तुम्हारा ,

जिंदगी जिसमें मुस्कुराती हो ,

खिलखिलाहट जहाँ खिलखिलाती हो ,

ऐसा खिलता गुलाब सा ,हो घर तुम्हारा || 

 

प्यार की लड़ियों से ,जगमगाहट हो ,

प्रेम के धागों की मजबूती हो ,

सब खुशियाँ बस गई हों जहाँ ,

सारे सुखों से भरपूर हो घर तुम्हारा || 

 

Saturday, May 18, 2024

YE JINDGI ( KSHANIKAA )

 

                           ये  जिंदगी 


जिंदगी तू कैसी है सहेली ?

बता तो सही तू ,बनी क्यों पहेली ?

क्या - क्या सपने दिखाए तूने ? कितने रंग दिखाए तूने ?

चल बता तो सही अब ,कब सुधरेगी तू ??


हम समझते रहे ,साँस लेना ही जिंदगी है ,

हम समझते रहे ,आँखें खोल लेना ही जिंदगी है ,

मगर हम भूल गए ,मुस्कुराना ही असली जिंदगी है || 


बिना मुस्कुराहट ,सूनी -सूनी है ये जिंदगी ,

बिना मुस्कुराहट ,ना तेरी ,ना मेरी है ये जिंदगी ,

बिना मुस्कुराहट ,क्या साँस लेना है ये जिंदगी ??


चलो हम सँवार लें ,अपनी ये जिंदगी ,

चलो हम खिलखिलाकर ,झनका लें अपनी ये जिंदगी ,

चलो हम अपने सपनों को ,सच कर लें ,

अपनी इसी जिंदगी में ,अपनी इसी जिंदगी में || 


Friday, May 17, 2024

ANK ( JIVAN )

 

                                 अंक 


जिंदगी चल पड़ी है ,अनजान राहों पर ,

वो राहें जो कल तक ,सुनसान थीं मगर ,

आज वही राहें ,चहल - पहल से भरकर ,

खुशियों का संसार ,बसा कर चल रही हैं || 


हर कदम पर इम्तहान हैं ,परीक्षाएँ हैं ,

जिंदगी भी परीक्षा लेती है ,

मगर कोई अंक नहीं देती ,

ओ जिंदगी ! जब तुम परीक्षा लेती हो तो ,

पेपर जाँच कर अंक भी तो दो ,

पास या फेल का रिजल्ट भी तो दो || 


ऐसे ही ना पेपर जाँचो ,अंकों को साथ ले लो ,

दुनिया की हर एक परीक्षा की तरह ,

तुम भी तो परिणाम दे दो || 


  बिना परिणाम के परीक्षा क्या ? 

बिना अंकों के पेपर क्या ? 

आगे ऐसा सब नहीं करना ,

जीवन में फल ( परिणाम  ) भी देना || 


Thursday, May 16, 2024

AANCHAL ( JIVAN )

 

                                आँचल 


तमन्नाओं के घेरे में ,फँसे हैं हम तो ईश्वर आज ,

ना जाने कैसे ये जागीं ? ना जाने कैसे हम फँसे ? 

ईश्वर तू ही जाने सब || 


मानव का जन्म दिया तूने ,सोचने के लिए ही तो ,

ये मस्तिष्क दिया तूने ,जिरह करना सिखा करके ,

क्यों ये दिल दिया तूने ??


दिल में प्यार जब जगाया ,हमने रिश्ता बहुत बनाया ,

क्यों दूजों के दिलों में ? तूने प्यार ना जगाया ,

बता तू ही ,ये क्या किया तूने ?? 


संसार है सुख - दुःख का सागर ,मोती छिपे हैं अंदर ,

मगर लहरें तो हैं अछूती ,ना कोई मोती ,ना कोई रत्न ,

बता तू ही ,लहरों का आँचल ,

क्यों खाली रखा तूने ?? 


Wednesday, May 15, 2024

MUSKAANEN JAGAAO ( JIVAN )

 

                       मुस्कानें जगाओ  


जो भी गलतियाँ ,हुई हैं दोस्तों ,

उनमें से कुछ तुमसे ,और कुछ हमसे ,

चलो उन सबसे ,छुटकारा पा लेते हैं ,

कुछ तुम तो ,कुछ हम || 


शक्ति तो लगेगी ,छुटकारा पाने में ,

शक्ति भी जुटा लो ,कुछ तुम ,कुछ हम ,

गलतियों से ,छुटकारा तो पा लिया ,

मगर मुस्कानें लानीं जरूरी हैं ,

तो लाओ मुस्कानें ,कुछ तुम ,कुछ हम || 


सबक भी सीख लो ,इस सब से ,

गलती फिर से ना हो ,

गलती दोहराना ,बहुत गलत होता है ,

महाशक्ति को अपनाकर ,मुस्कानें जगाओ ,

मुस्कानें बिखराओ ,कुछ तुम ,कुछ हम || 


IISH SE ( AADHYAATMIK )

 

                           ईश  से 


जो ईश्वर साथ है मेरे ,ना दूजे की जरूरत है ,

जो आशीष मिल गया उसका ,ना दूजे की जरूरत है || 


लिखा जो भाग्य में मेरे ,नहीं कोई छीन सकता है ,

नहीं जो भाग्य में मेरे ,नहीं कोई दिला सकता है || 


मिलें जो खुशियाँ ईश से ,अलग  कोई ख़ुशी नहीं ,

बिना मेहनत के कोई ख़ुशी ,मिलती कभी नहीं || 


किसी से कुछ नहीं माँगो ,हाथ फैलाओ ना बंधु ,

एक ईश ही है सबका ,उसी से माँग लो बंधु || 


रंग जीवन में भर जाएगा ,सुंदर रंगों से ,

प्यार से रंग लो ये जीवन ,मीठे से रंगों से || 


KARM ( KSHANIKAA )

 

                           कर्म 


भाग्य का दरवाजा ,ना पीटो मेरे दोस्तों ,

उसने जो देना होगा ,वह दे ही देगा ,

और जो नहीं देना होगा ,वह नहीं देगा ,

उसको गुहार मत लगाओ दोस्तों || 


बंद दरवाजों में ही रहते हुए ,

अपने कर्मों से ,पैदा करो ऐसा तूफ़ान ,

जो खोल दे सभी ,दरवाजों और खिड़कियों को ,

जीवन खुला -खुला हो जाएगा दोस्तों || 


भाग्य जिस दरवाजे को बंद कर देता है ,

कर्म उसे खोल देते हैं ,

जीवन की राहों को मुस्कानों और ,

फूलों की महक से भर देते हैं || 


Sunday, May 12, 2024

KHOL DO GAANTHEN ( KSHANIKAA )

 

                         खोल दो गाँठें 


रोक दो मन को ,किसी भी जिद में पड़ने को ,

रोक दो मन को ,कोई भी गाँठ मढ़ने को ,

गाँठें ये लग जाएँगी ,रिश्तों में ही बंधु ,

जिद नहीं होगी ,तो गाँठें भी नहीं होंगी || 


खोल दो गर ,गाँठ कोई ऐसी जो पड़ जाए ,

रिश्ते सभी सुलझेंगे ,गाँठों के यूँ खुलने से ,

जो बढ़ी हैं उलझनें ,गाँठों के पड़ने से ,

जिंदगी की उलझनें ,सुलझ जाएँगी आसानी से || 


तो क्या फैसला है आपका ,सोच लो बंधु ? 

क्या चाहिए आपको ,गाँठें या सुलझनें ? 

मत सोचो ज्यादा तुम ,अभी कुछ और ,

आ जाओ मेरे पाले में ,और खोल दो गाँठें || 


Saturday, May 11, 2024

DEEP JALA DO ( JIVAN )

 

                            दीप जला दो 


नन्हा सा एक दीप जला दो ,किसी की अँधेरी राहों में ,

नन्हीं सी किरणें जगमगा देंगी ,

किसी की अँधेरी राहों को ,

तुम्हारी आँखों में भी ,चमक बढ़ जाएगी दोस्तों ||  


तुम्हारा चेहरा भी चमक उठेगा ,उस दीप के प्रकाश में ,

होठों की मुस्कान दमक उठेगी ,

उस दीप के प्रकाश में ,

अपने होठों की मुस्कानों को ,और बढ़ा दो दोस्तों || 


जिसकी रहें जगमगाएँगी ,वो दुआ देगा तुम्हें,

अपनी ख़ुशी भी वह ,देना चाहेगा तुम्हें ,

अपना अपनत्व उस पर ,लुटा दो तुम दोस्तों || 

 




Friday, May 10, 2024

SANCHAY ( DOHA )

 

                                संचय 


संचय करि - करि जुग भया ,ना बना खजांची कोय ,

अपने जोग जो संचय करे ,तो काफी संचय होय || 


सारा धन ना जोड़िए ,खर्चा भी कछु कर लेय ,

मन को मार जो धन जुड़ा ,तो फायदा काहू का होय || 


मन का खाय और पहन के ,जोड़ लेय तू संतोष ,

मन को मारा तो क्या ? पाएगा तू संतोष || 


जीवन एक बार मिले ,बार -बार नहीं पाय ,

यह जीवन तो किसी भी ,हाट में नहीं बिकाय || 


जीवन में रस बहुत हैं ,पी ले तू भरपूर ,

नहीं पिये तो पछताएगा ,अंत समय भरपूर || 


Thursday, May 9, 2024

MITHAAS ( JIVAN )

 

                                     मिठास 


ना बोलो ,बोलो ,बोलो बुरा ,

ना देखो ,देखो, देखो बुरा ,

ना बोल सको अच्छा ,ना देख सको अच्छा ,

तो तुम चुप रहो दोस्तों ,चुप रहो दोस्तों || 


जीवन हर रंग दिखाता है ,उन्हीं से रंग लो अपना जीवन ,

जीवन को सुंदर बना लो दोस्तों ,

खुशियों को बढ़ा लो दोस्तों || 


अगर आशीर्वाद किसी को ना दे सको ,

तो अपने शब्दों को तोल लो ,

किसी को बुरा तो नहीं कहना ,

जीवन को सजा लो दोस्तों ,

हर किसी को, अपना बना लो दोस्तों ,

मिठास को अपने ,शब्दों में मिला लो दोस्तों ||

Wednesday, May 8, 2024

LAUT KAR ( JIVAN )

 

                           लौट कर 


जिंदगी में चलते रहो ,दौड़ो मत ,

जिंदगी में मुस्कुराते रहो ,उदास रहो मत ,

जिंदगी के हर पल को ,यादों में बसा लो ,

क्योंकि ये पल ,लौट कर नहींआएँगे || 


जिंदगी के हर रिश्ते को ,बनाए रखो ,

मुस्कानों से उसे ,सजाए रखो ,

उन रिश्तों की ,डोर को जोड़े रखो ,

जिंदगी के बाद ये रिश्ते ,लौट कर नहीं आएँगे || 


सभी दोस्त जो कभी ,एक साथ थे ,

सभी दोस्त जो ,मिल कर मुस्कुराते थे ,

आज सभी ,दूर - दूर शहरों में बसे हैं ,

जिंदगी के बाद वही दोस्त ,

दुनिया से अलग पहुँच जाएँगे ,और हम भी || 


Tuesday, May 7, 2024

PAATHSHALAA ( JIVAN )

 

                                  पाठशाला 


जीवन की पाठशाला है ये ,जीवन की पाठशाला ,

प्यार और स्नेह से ,हर पाठ पढ़ाया जाता ,

सभी कुछ सिखाया जाता ,ऐसी है ये पाठशाला || 


सीखने की चाह रखने वाला ,सभी कुछ सीख जाता ,

जो सिर्फ नाम के लिए इसमें जाता ,कुछ ना सीख पाता ,

सभी कुछसिखाया जाता ,ऐसी है ये पाठशाला || 


सखा ,सहेली सभी यहाँ पर ,साथ - साथ हैं पढ़ते ,

ज्ञान ,खेल सभी तो बंधु ,हँस - हँस के ही सीखते ,

हर क्षेत्र का ज्ञान यहाँ पर ,सब में ही बाँटा जाता ,

सभी कुछ सिखाया जाता ,ऐसी है ये पाठशाला || 


Monday, May 6, 2024

CHAANDNI ( CHANDRAMA )

 

                          चाँदनी 


हर दिन का सूरज जगाने आता है ,

कहता है जागो और कार्यों में जुट जाओ ,

कुछ नया और सुंदर करो ,

मुस्कुराओ और दूजों को मुस्कानें बाँटो || 


झोंका हवा का ,शुद्धता लाता है ,

मीठी बयार सा सहलाता है ,

दिल , दिमाग को खुश कर जाता है ,

इस झोंके को साँसों में बसा लो || 


साँझ को डूबता सूरज ,

छोड़ जाता है ,साँझ की लाली ,

और साँझ का तारा ,जो झिलमिलाता है ,

बच्चे सा मुस्कुराता है || 


रात को चाँद चमचमाता है ,चाँदनी बिखराता है ,

धरा चाँदी सी चमक जाती है ,

और तारों की ,

झिलमिलाती चूनर ओढ़कर इतराती है || 


Sunday, May 5, 2024

SEEKH JAAOGE ( KSHANIKAA )

 

                                 सीख जाओगे  


 प्यार है एक दवा ,मुस्कान है एक दुआ ,

कोई दोस्त गर ,बीमार है दोस्तों ,

दे दो उसे दवा और ,अपनी दुआ दोस्तों || 


मीठे बोलों में ,घोल कर दवा को ,

पिला दो अपने दोस्त को ,

मर्ज दूर होगा ,और दर्द मिट जाएगा दोस्तों || 


मुस्कानों की ,गोलियाँ खिला दो उनको ,

ताकि दर्द कम हो जाए दोस्तों ,

और उनकी मुस्कानें भी ,थोड़ी खिल सकें || 


जरा देखो तो ,कैसा असर होता है ? 

मीठे बोलों ,प्यार और मुस्कानों का ,

हमारी दी हुई सीख से तुम ,

बहुत कुछ सीख जाओगे ,सीख जाओगे || 


GUPSHUPI CHAAY ( JALAD AA )

 

                        गपशपी चाय 


आसमां पर उड़े ,जा रहे जो बदरा ,

जब थके ,पर्वतों के ऊपर से गुजरे ,

तो पर्वतों ने रोका ,कहा ,आओ दोस्त !

आराम कर लो ,पल दो पल ,

बदरा  रुके आराम करने || 


पर्वतों ने मुझको आवाज दी ,

सखि !आओ जरा चाय तो पिलाओ ,

मैं दौड़ी ,पहुँच के ,बरखा को बुलाया ,

बरखा आओ ,चाय के लिए जल लाओ ,

बरखा ने जल बरसाया || 


चाय बनी कड़क - कड़क सी ,

भीनी - भीनी सुगंधित चाय ,

बदरा ,पर्वत ,बरखा रानी और मैंने ,

खूब चाय पी ,खूब गपशप की || 


Friday, May 3, 2024

PUNARJANM ( KSHANIKAA )

 

                                    पुनर्जन्म 


चाँदनी रात में ,बिना किसी डर के ,

मैं ,तुम और हमारा प्यार ,निकल पड़े ,

जीवन के सफर में ,अनजान सफर में ,

समय के साथ ,जा पहुँचे हम ,

परियों के देश में || 


वहाँ देखा ,सपनों का सच ,

दोस्ती और प्यार में डूबी ,खोयी हवाएँ ,

मिल गई हमें प्रेम की खुश्बु ,

देखा जीवन साथी ,जिसने थामा हुआ था हाथ ,

नियति के मोड़ पर ,पागल दिल ,

भर रहा था ऊँची उड़ान || 


मन के विचारों में ,मिलन की थी आस ,

अजनबी रिश्तों से ,आखिर कब तक ?

हँसी -हँसी में ओढ़ी ,जिम्मेदारियाँ पूरी करते ,

तभी मिला गुमशुदा मन ,यादों की किताब में खोया ,

दिल की गहराई में डूबा || 


तभी एक नया विश्वास उगा ,

एक बार जिंदगी में रंग भर लें  ,

कश्मीर की यात्रा करें ,सुरमई शाम का आनंद लें ,

बारिश के बाद नील गगन में ,इंद्रधनुष देखकर ,

खोयी यादों को फिर से जी लें ,और सोचें ,

यही तो हमारा पुनर्जन्म है ,पुनर्जन्म है || 


Thursday, May 2, 2024

NAMKEEN ( RATNAAKAR )

 

                            नमकीन 


नदिया आई उतर - उतर ,दौड़ी सागर से मिलने ,

रस्ते में सारे दोस्त मिले ,खूब ख़ुशी से मिले सभी || 


खेत -खलिहान ,बाग -बगीचे ,सभी ख़ुशी से फूले ,

ताल -तलैया की मुस्कानें ,और बढ़ीं भई और बढ़ीं || 


नदिया छल -छल ,छल -छल करती , 

सागर की ओर बढ़ी ,

सागर की लहरें थीं चंचला ,जान गईं नदिया को || 


उछल -उछल कर ,गुनगुन करती ,

नदिया पहुँची सागर के पास ,

सागर भी खुश होकर दौड़ा ,लहरों को लेकर साथ || 


मिले खुश होकर नदिया -सागर ,मौसम हुआ रंगीन ,

नदिया का पानी भी सागर ,हो गया नमकीन ||