चाँदनी
हर दिन का सूरज जगाने आता है ,
कहता है जागो और कार्यों में जुट जाओ ,
कुछ नया और सुंदर करो ,
मुस्कुराओ और दूजों को मुस्कानें बाँटो ||
झोंका हवा का ,शुद्धता लाता है ,
मीठी बयार सा सहलाता है ,
दिल , दिमाग को खुश कर जाता है ,
इस झोंके को साँसों में बसा लो ||
साँझ को डूबता सूरज ,
छोड़ जाता है ,साँझ की लाली ,
और साँझ का तारा ,जो झिलमिलाता है ,
बच्चे सा मुस्कुराता है ||
रात को चाँद चमचमाता है ,चाँदनी बिखराता है ,
धरा चाँदी सी चमक जाती है ,
और तारों की ,
झिलमिलाती चूनर ओढ़कर इतराती है ||
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