Monday, May 6, 2024

CHAANDNI ( CHANDRAMA )

 

                          चाँदनी 


हर दिन का सूरज जगाने आता है ,

कहता है जागो और कार्यों में जुट जाओ ,

कुछ नया और सुंदर करो ,

मुस्कुराओ और दूजों को मुस्कानें बाँटो || 


झोंका हवा का ,शुद्धता लाता है ,

मीठी बयार सा सहलाता है ,

दिल , दिमाग को खुश कर जाता है ,

इस झोंके को साँसों में बसा लो || 


साँझ को डूबता सूरज ,

छोड़ जाता है ,साँझ की लाली ,

और साँझ का तारा ,जो झिलमिलाता है ,

बच्चे सा मुस्कुराता है || 


रात को चाँद चमचमाता है ,चाँदनी बिखराता है ,

धरा चाँदी सी चमक जाती है ,

और तारों की ,

झिलमिलाती चूनर ओढ़कर इतराती है || 


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