ये जिंदगी
जिंदगी तू कैसी है सहेली ?
बता तो सही तू ,बनी क्यों पहेली ?
क्या - क्या सपने दिखाए तूने ? कितने रंग दिखाए तूने ?
चल बता तो सही अब ,कब सुधरेगी तू ??
हम समझते रहे ,साँस लेना ही जिंदगी है ,
हम समझते रहे ,आँखें खोल लेना ही जिंदगी है ,
मगर हम भूल गए ,मुस्कुराना ही असली जिंदगी है ||
बिना मुस्कुराहट ,सूनी -सूनी है ये जिंदगी ,
बिना मुस्कुराहट ,ना तेरी ,ना मेरी है ये जिंदगी ,
बिना मुस्कुराहट ,क्या साँस लेना है ये जिंदगी ??
चलो हम सँवार लें ,अपनी ये जिंदगी ,
चलो हम खिलखिलाकर ,झनका लें अपनी ये जिंदगी ,
चलो हम अपने सपनों को ,सच कर लें ,
अपनी इसी जिंदगी में ,अपनी इसी जिंदगी में ||
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