Saturday, May 18, 2024

YE JINDGI ( KSHANIKAA )

 

                           ये  जिंदगी 


जिंदगी तू कैसी है सहेली ?

बता तो सही तू ,बनी क्यों पहेली ?

क्या - क्या सपने दिखाए तूने ? कितने रंग दिखाए तूने ?

चल बता तो सही अब ,कब सुधरेगी तू ??


हम समझते रहे ,साँस लेना ही जिंदगी है ,

हम समझते रहे ,आँखें खोल लेना ही जिंदगी है ,

मगर हम भूल गए ,मुस्कुराना ही असली जिंदगी है || 


बिना मुस्कुराहट ,सूनी -सूनी है ये जिंदगी ,

बिना मुस्कुराहट ,ना तेरी ,ना मेरी है ये जिंदगी ,

बिना मुस्कुराहट ,क्या साँस लेना है ये जिंदगी ??


चलो हम सँवार लें ,अपनी ये जिंदगी ,

चलो हम खिलखिलाकर ,झनका लें अपनी ये जिंदगी ,

चलो हम अपने सपनों को ,सच कर लें ,

अपनी इसी जिंदगी में ,अपनी इसी जिंदगी में || 


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