Sunday, May 19, 2024

NAYA DWAAR ( JIVAN )

 

                           नया द्वार  


हर दिन खुलता है ,जिंदगी का नया एक द्वार ,

नई राहें करती हैं ,इंतजार तुम्हारा ,

रखो कदम नयी राहों में ,आगे ही बढ़ते जाओ ,

सफलता हर कदम पे मिले ,आशीर्वाद हमारा || 


गुनगुनाती कलियों से ,सजे घर तुम्हारा ,

खुश्बुओं से महक जाए ,घर तुम्हारा ,

जिंदगी जिसमें मुस्कुराती हो ,

खिलखिलाहट जहाँ खिलखिलाती हो ,

ऐसा खिलता गुलाब सा ,हो घर तुम्हारा || 

 

प्यार की लड़ियों से ,जगमगाहट हो ,

प्रेम के धागों की मजबूती हो ,

सब खुशियाँ बस गई हों जहाँ ,

सारे सुखों से भरपूर हो घर तुम्हारा || 

 

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