छुक - छुक - छुक
जिंदगी की रेलगाड़ी ,चली जो छुक - छुक - छुक ,
चलती गई गाड़ी ,तेजी से छुक -छुक -छुक ||
गाड़ी में बैठे यात्री ,आनंद लेते रहे ,
यात्रा का रास्ता ,पार होता जा रहा ,
चलती जा रही गाड़ी ,छुक -छुक -छुक ||
खिड़की से दिखता ,बाहर का सुंदर नजारा ,
आँखों को बहुत भाता ,वह सुंदर नजारा ,
दौड़ी जा रही गाड़ी ,छुक -छुक -छुक ||
आता जब कोई स्टेशन , कुछ यात्री उतरते ,
कुछ यात्री कम हो जाते , कम हो जाते ,
इसी तरह चलती गाड़ी ,छुक -छुक -छुक ||
इसी तरह दोस्तों ,अपना स्टेशन भी आएगा ,
हम भी वहाँ उतरेंगे ,कुछ यात्रियों के साथ ,
मगर चलती रहेगी गाड़ी ,छुक -छुक -छुक ||
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