Tuesday, June 11, 2024

CHHUK - CHHUK - CHHUK ( JIVAN )

 

                     छुक - छुक - छुक 


जिंदगी की रेलगाड़ी ,चली जो छुक - छुक - छुक ,

चलती गई गाड़ी ,तेजी से छुक -छुक -छुक || 


गाड़ी में बैठे यात्री ,आनंद लेते रहे ,

यात्रा का रास्ता ,पार होता जा रहा ,

चलती जा रही गाड़ी ,छुक -छुक -छुक || 


खिड़की से दिखता ,बाहर का सुंदर नजारा ,

आँखों को बहुत भाता ,वह सुंदर नजारा ,

दौड़ी जा रही गाड़ी ,छुक -छुक -छुक || 


आता जब कोई स्टेशन ,  कुछ यात्री उतरते ,

कुछ यात्री कम हो जाते , कम हो जाते ,

इसी तरह चलती गाड़ी ,छुक -छुक -छुक || 


इसी तरह दोस्तों ,अपना स्टेशन भी आएगा ,

हम भी वहाँ उतरेंगे ,कुछ यात्रियों के साथ ,

मगर चलती रहेगी गाड़ी ,छुक -छुक -छुक || 


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