Sunday, June 9, 2024

KAISE ? ( JIVAN )

 

                         कैसे  ?


कोई नहीं समझ सकता ,दूजे किसी के भावों को ,

नहीं तोल सकता कोई ,प्रयोग कर किसी तराजू को || 


तराजू सिर्फ भार बता सकती है ,

मगर भावों का कोई भार नहीं होता ,

उनकी तो गहराई होती है बंधु || 


दीवार की ऊँचाई ,नदिया की गहराई ,

नाप लेते हैं फीतों से ,मगर भावों की गहराई ,

तो किसी भी फीते में ,ये शक्ति नहीं है बंधु || 


इसी प्रकार किसी की ,सोच की ऊँचाई ,

कोई फीता नहीं नाप सकता ,कैसे नापेगा ? 

जरा बताओ तो ,जरा बताओ तो || 


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