Wednesday, June 12, 2024

VISHWAAS KARO MERA ( JIVAN )

 

                 विश्वास करो मेरा 


छलछलाते झरनों के करीब ,हम जो पहुँचे दोस्तों ,

झरने ने कहा ,"आओ ,जरा !

स्वाद तो चखो मेरे जल का ,"

हमने जब चखा ,उसके जल का स्वाद ,

तो मदहोश हो गए हम ,उस जल के स्वाद से ,

इतना शीतल और मीठा जल ,

हमने पहले नहीं चखा था || 

 

"बहुत शीतल और मीठा जल है तुम्हारा ,

लाते हो तुम कहाँ से ,बताओ तो जरा ?"

 झरने ने उत्तर दिया ," प्रकृति की देन है यह जल ,

ईश्वर का प्रसाद है यह जल ,

कभी इसे दूषित ना करना ,

इसको कभी व्यर्थ ना बहाना दोस्त || "


"नहीं दोस्त ,तुम विश्वास करो मेरा ,

मैं कभी तुम्हारे जल को दूषित नहीं करूँगा ,

व्यर्थ नहीं बहाऊँगा ,संचित करके रखूँगा ,

विश्वास ,विश्वास ,विश्वास करो मेरा || " 


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