जंगल बचाओ
मानव जीवन जब ,पनपा धरा पर ,
तभी से प्रकृति ,लगी उजड़ने ,
जरूरतें बढ़ी मानव की ,और पेड़ लगे कटने ||
पहले बसे गाँव ,और कुछ बने शहर ,
पेड़ों की लकड़ी ,बन गई फर्नीचर ,
नए पेड़ तो वही उगे ,जो ईश्वर ने उगाए ||
व्यापार बढे ,धन बढ़ने लगा ,
सबसे बड़ी बात ,लालच बढ़ने लगा ,
प्रकृति असहाय सी ,सभी कुछ देखती रही ||
धीरे - धीरे प्रकृति ,हुई क्रोधित ,
बदला लेने लगी ,धरा का तापमान बढ़ने लगा ,
गर्मी बढ़ती गई ,मानव ने गर्मी का ,
एक उपाय निकाला ,एयर कंडीशनर लगवाया ||
मगर क्या यह सही उपाय था ?
कमरा ,कार ,ऑफिस हो गए ठंडे ,
मगर सब ओर गर्मी ही गर्मी ,
तापमान बढ़ता गया ,उस गर्मी का कारण ,
मानव खुद ही था ,उसी ने ,
प्रकृति को कर दिया बर्बाद ||
सभी एयर कंडीशनर ,अगर बंद हो जाएँ तो ,
तापमान कम हो जाएगा ,गर्मी कम हो जाएगी ,
तो नए पेड़ लगाओ दोस्तों ,जंगल बचाओ दोस्तों ,
तभी तो प्रकृति मुस्कुराएगी ,प्रकृति मुस्कुराएगी ||
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