Saturday, March 2, 2024

BANDHAAY LEY ( KSHANIKAA )

 

                   बँधाय ले 


रखिए सब को अपना बनाय के ,गीत प्रीत के गाय के ,

मुस्कानों का जहां बसाय के ,तेरा मेरा सभी भुलाय के || 


तेरे पास जो आया है ,उसको गले लगाय ले ,

सत्कर्म से जीवन नैया को ,नदिया पार लगाय ले || 


कल को किसने देखा है ? आज तो तू मुस्काय ले ,

भावी जीवन भूल कर ,आज को तू बिताय ले || 


बीत गया सो बीत गया ,उसको तू भुलाय दे ,

कर्मों  बाड़ी में तू ,अच्छे फूल  खिलाय ले  || 


आया था तू खाली हाथ ,भाग्य अपना लिखाय के ,

जाते समय के लिए तू ,सत्कर्म की गठरी बँधाय ले || 


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