निभाए जा
कदम - कदम बढ़ाए जा ,करम अपने निभाए जा ,
जिंदगी की राह में ,ख़ुशी के गीत गाए जा ||
रात की चाँदनी हो ,या दिन की धूप हो ,
सभी में तू ठंडी ,छाँव को सजाए जा ||
जिंदगी मुस्काएगी तो ,तू भी मुस्काएगा ,
ऐसे ही मुस्कानों में ,तू खिलखिलाए जा ||
साथ दोस्तों का मिले ,खूब ही ठहाके खिलें ,
ऐसे ही ठहाकों में ,दोस्त तू बनाए जा ||
दोस्ती की उम्र भी ,लंबी होगी मेरे दोस्त ,
उसी में ए - दोस्त तू ,दोस्ती निभाए जा ||
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