वक्त
वक्त सदा बहता जाए ,नदिया जैसा ,
वक्त कहाँ रुके रुकाए ? नदिया जैसा ?
वक्त की सदा ,सुन लो पुकार ,
वक्त की सुन लो पुकार ,धड़कन जैसी ||
वक्त कैसा भी हो ? अच्छा या बुरा ,
बीतता चला जाता है ,अच्छा या बुरा ,
कोशिश ना करो ,वक्त को रोकने की ,
बीतने दो ,चलने दो ,बहने दो ,उड़ने दो ||
क्या कहा आपने ? घड़ी को बंद कर दो ,
इससे वक्त की नाप ,पता नहीं चलेगी ,
पर बंधु वक्त तो ,अपनी चाल से चलेगा ,
रुकेगा नहीं ,रुकेगा नहीं , रुकेगा नहीं ||
वक्त तो तेजी से ,चलता जाता है ,
आज बदल कर ,कल बन जाता है ,
कभी ना सोचो ,वक्त की चाल के बारे में ,
वक्त भी बहते हुए ,अपना हर रंग दिखाएगा ||
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