Monday, August 19, 2024

AKELAA HOON MAIN ? ( JIVAN )

 

                        अकेला हूँ मैं ? 


" अकेला हूँ मैं , इस दुनिया में ",

सुंदर सा गीत लिखा गीतकार ने ,

हम अकेले ही ,दुनिया में हैंआते दोस्तों ,

मगर यहाँ जुड़ जाते हैं ,परिवार से ,

समाज से ,देश से ,दुनिया से || 


जैसे अकेला मोती कुछ नहीं कर पाता ,

सिर्फ चमकता है ,

मगर दूसरे  के साथ मिलकर ,

माला बना लेता है || 


अकेला धागा ,सिलाई के काम आता है ,

मगर अन्य धागों से मिलकर ,

कपड़ा बुन लेता है ,चादर बना लेता है ,

और शरीर को ढकने के काम आता है || 


अकेली बूँद बारिश की ,ओस की ठंडक देती है ,

मगर अन्य बूँदों के साथ मिलकर ,

एक धारा बनाती है ,और सागर भी बन जाती है || 


अकेला कागज ,काम में कम आता है ,

मगर दूसरे कागजों को समेट कर ,

किताब बन जाता है ,कॉपी बन जाता है ,

पढ़ने और लिखने के काम आता है || 


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