पूनम का चाँद
पूनम का चाँद ,चमक रहा है दोस्तों ,
आ जाओ बाहर ,चाँदनी में भीगने दोस्तों ,
चाँदी सा चमका देगी ,तुम्हें चाँदनी दोस्तों ||
रंग खिल जाएगा ,तुम्हारा दोस्तों ,
शीतलता मिल जाएगी ,तुम्हें दोस्तों ,
ये शीतलता और रंग ,ग्रहण करो तुम दोस्तों ||
गगन से उतरती चाँदनी ,को देखो तो तुम दोस्तों ,
पूरी धरा को चमका देती ,ये चाँदनी दोस्तों ,
धरा को इठलाकर ,खूब मुस्काती दोस्तों ||
रात का अँधियारा भी ,छँटा जा रहा है दोस्तों ,
चाँदनी ने नई छटा दी ,है रात को दोस्तों ,
रात भी तो मुस्कुरा उठी है ,देखो तो दोस्तों ||
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