मुस्कान की कली
मुफ्त में मिलती है दोस्तों ,
सबके दिलों को हर्षाती है ,
प्रेम ,प्यार को बढ़ाती है दोस्तों ,मुस्कराहट कहलाती है ||
बाँटो तुम ,जितनी बाँट सकते हो ,तुम्हें कमी नहीं पड़ेगी ,
तुम जितना बाँटोगे ,उतना ही बढ़ेगी ,
क्योंकि मुस्कुराहट बढ़ती जाती है ||
कुछ खर्च नहीं होगा तुम्हारा ,ना दूसरे का खर्च होगा ,
आदान -प्रदान तो दोस्तों ,सिर्फ देखकर ही होगा ,
क्योंकि देखकर ही तो ,होठों पे खिलती जाती है ||
दिल में उमंग होगी ,आँखों में चमक होगी ,
होठों पे जब भी दोस्तों ,मुस्कान की कली खिलेगी ,
मुस्कान की कली के चटखने से ही तो ,प्यार की महक आती है ||
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