Monday, August 12, 2024

HEY SHAARDE MAAN ( AADHYAATMIK )

 

                       हे  शारदे  माँ 


हे शारदे माँ ,हे शारदे माँ ,ज्ञान का हमको भंडार दे माँ ,

सागर को तू स्याही बना दे ,मेरी लेखनी में उसे तू बसा दे ,

कोई तो ऐसा चमत्कार दे माँ  || 


मेरी लेखनी तो सदा चलती जाए ,

शब्दों से मेरे सभी ख़ुशी पाएँ ,

शब्दों का ऐसा संसार दे माँ || 


तेरी तो वीणा बजती है हरदम ,

सभी सुनते होंगे ,उसकी ये रुमझुम ,

मुझे भी तो वीणा की झंकार दे माँ || 


शब्दों में मेरे खुशियाँ भरी हों ,

मन में मेरे गुनगुनाहटें भरी हों ,

खनकते विचारों की झंकार दे माँ || 


No comments:

Post a Comment