Saturday, August 10, 2024

MOHLAT ( AADHYATMIK )

 

                                       मोहलत 


जीवन को ,संभाल लो दोस्तों ,

एक बार ही ,मिलती है ये दौलत ,

गर फिसल जाएगी ,ये हाथों से  ,

कस के पकड़ लो ,अपने हाथों में || 


ईश्वर ने दिया है ,हमें ये अनमोल तोहफा ,

ये आशीर्वाद है ,ईश्वर का दोस्तों ,

ये दुनिया ,ये प्रकृति ,ये सुंदरता ,

इन सब को प्यार से ,सजाए रखो दोस्तों || 


अगर कुछ भी बिगड़ा ,तो ईश्वर ,

माँगेगा हिसाब ,अपने दिए तोहफों का ,

तब हम क्या देंगे ,हिसाब उसको ?

कहाँ से पूरा करेंगे ,उसके दिए तोहफों को ??


चलो दोस्तों ,सजा लेते हैं सब कुछ ,

समेट लेते हैं ,उसकी दी हुई दौलत को ,

प्यार और मुस्कान से ,सजाते हैं इस जग को ,

ये सब करना है पूरा ,उसकी दी मोहलत में || 


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