मोहलत
जीवन को ,संभाल लो दोस्तों ,
एक बार ही ,मिलती है ये दौलत ,
गर फिसल जाएगी ,ये हाथों से ,
कस के पकड़ लो ,अपने हाथों में ||
ईश्वर ने दिया है ,हमें ये अनमोल तोहफा ,
ये आशीर्वाद है ,ईश्वर का दोस्तों ,
ये दुनिया ,ये प्रकृति ,ये सुंदरता ,
इन सब को प्यार से ,सजाए रखो दोस्तों ||
अगर कुछ भी बिगड़ा ,तो ईश्वर ,
माँगेगा हिसाब ,अपने दिए तोहफों का ,
तब हम क्या देंगे ,हिसाब उसको ?
कहाँ से पूरा करेंगे ,उसके दिए तोहफों को ??
चलो दोस्तों ,सजा लेते हैं सब कुछ ,
समेट लेते हैं ,उसकी दी हुई दौलत को ,
प्यार और मुस्कान से ,सजाते हैं इस जग को ,
ये सब करना है पूरा ,उसकी दी मोहलत में ||
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