Friday, October 25, 2024

AHANKAAR ( JIVAN )

 

                         अहंकार 


जिंदगी में ईश्वर ,सबको कुछ ना कुछ देते हैं ,

किसी  कम मिलता है ,किसी को अधिक ,

सभी अपनी सोच के ,अनुसार खर्च करते हैं || 


जिस को बिना कुछ ,मेहनत किए ही ,

सब कुछ बड़ी मात्रा में ,मिल जाता है ,

दोस्तों उसमें ,अहंकार आ जाता है || 


इसी अहंकार के कारण ,वह खुद को ,

ऊँचा और ,दूसरों को तुच्छ समझता है ,

वह अहंकार में डूबा ,शिखर पर बैठकर ,

राजा की भाँति ,व्यवहार करने लगता है || 


मगर यही व्यवहार ,उसे अकेलापन भी देता है ,

उसका कोई दोस्त नहीं होता ,

कोई उसे प्यार नहीं करता ,

काश वह यह सब समझ जाता तो ,

उसका जीवन भी सुखमय होता ,सुंदर होता || 


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